गौरांग मौतः नागरिकों का पुलिस पर आक्रोश

BHASKAR MISHRA
8 Min Read

IMG-20160726-WA0052  बिलासपुर–गौरंग मौत मिस्ट्री को लेकर दूसरे दिन भी बिलासपुर नागरिक संघर्ष समिति की बैठक हुई। इस दौरान गरमा गरम परामर्श के साथ ही लोगों ने पुलिस व्यवस्था पर जमकर निशाना साधा। गौरंग को न्याय मिले सभी ने एकसुर में दुहराया। संघर्ष समिति में कांग्रेस भाजपा नेताओं के गणमान्य लोग उपस्थित थे। कमोबेश सभी ने मंच से बिलासपुर पुलिस व्यवस्था पर एक एक कर उंगलियां उठाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के पदेन अध्यक्ष शशिकांत कोन्हेर ने की। उन्होने कहा कि यह मंच किसी राजनीति या अवसरवादियों का नहीं हैं। सभी लोग गौरंग के परिवार को न्याय दिलाने क्या कुछ कर सकते हैं अपनी राय को खुलकर रखें।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                    कार्यक्रम को बिलासपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष शशिकांत कोन्हेर के अलावा,हाईकोर्ट अधिवक्ता निरूपमा वाजेपेयी, कांग्रेस महामंत्री अटल श्रीवास्तव,पूर्व विधायक चन्द्रप्रकाश वाजपेयी,आप नेता नन्द कश्यप,वरिष्ठ कांग्रेस नेता जसबीर गुम्बर,कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजेन्द्र शुक्ला,निगम नेता प्रतिपक्ष शेख नजरूद्दीन, शैलेन्द्र जायसवाल,तैयब हुसैन,शिवा मिश्रा, विजय केशरवानी,भाजपा एल्डरमैन प्रवीण दुबे,मकबूल अहमद,रिषी पाण्डेय ने संबोधित किया।

                                         निरूपमा वाजपेयी ने कहा कि पुलिस ने छानबीन में थोडी बहुत नहीं बल्कि कुछ ज्यादा ही गलतिया की हैं। 304 धारा लगाने से ही जाहिर होता है कि दाल में कुछ काला है। ऐसा लगता है कि पुलिस ने न्यायालय का काम किया है। आखिर इतनी जल्दबाजी करने की जरूरत क्या थी। मामला अभी कोर्ट में नहीं आया है। एकजुट होकर पुलिस की तानाशाही के खिलाफ आना ही होगा। जानने की जरूरत है कि रसूखदारों को आखिर क्यों बचाया जा रहा है।

                                  जसबीर गुम्बर ने कहा कि बिलासपुर तात्कालीन पुलिस कप्तान राहुल शर्मा, पत्रकार सुशील पाठक की घटना के बाद शहर बहुत डरा हुआ है। आज तक राहुल शर्मा मामले में एफआईआर दर्ज नहीं हुआ है। सुशील पाठक के हत्यारे बेखौफ कहीं घूम रहे हैं। आखिर न्याय मिल क्यों नहीं रहा है। गौरंग के साथ ऐसा IMG-20160726-WA0046ना हो इसलिए हमें दलगत भावनाओं से उठकर एकता के साथ न्याय के लिए आंदोलन खड़ा करना होगा।

                         राजेश पाण्डेय ने कहा कि गौरंग की हत्या हुई है। अगर हम शिथिल होंगे तो सुशील पाठक की तरह गौरांग का भी मामला दब जाएगा। रसूखदारों ने पुलिस को खरीद लिया है। राजेश ने कहा कि बिलासपुर में गरीबों और अमीरों के लिए अलग-अलग कानून है। हमें बिलासपुरियन होकर न्याय के लिए लड़ना होगा।

        कांग्रेस प्रवक्ता रिषी पाण्डेय ने कहा कि गौरंग हत्या के बाद साबित हो गया है कि बिलासपुर में लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया है। पुलिस पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है। पूंजीपति कुछ भी करें…पुलिस उनका साथ देगी। गरीबों के लिए न्याय कहीं नहीं है। हमें मिलकर गौरंग के हत्यारों को जेल के अन्दर भेजना होगा। इसके लिए रणनीति बनाकर आन्दोलन करने की जरूरत है।

                         शेख नजरूद्दीन ने कहा कि बिलासपुर में बंटी और बबली के रहते गौरांग को न्याय नहीं मिलने वाला है। रसूखदारों के काल डिटेल निकलवाया जाय। बंटी बबली का असली चेहरा सामने आ जाएगा। पुलिस प्रशासन के दोनों जिम्मेदार अधिकारियों इसके पहले मामले में लीपापोती करें उन पर दबाव बनाया जाए। कोर्ट में नब्बे दिन के भीतर गौरंग मामले को रखा जाएगा। इस बीच हमें पुलिस पर दबाव बनाने की जरूरत है। बिलासपुर की जनता मूर्ख नहीं है कि वे जो चाहे कर ले। गौरांग को न्याय लगातार आंदोलन के बाद ही मिलेगा।

                             शैलेन्द्र जायसवाल ने कहा कि पुलिस पर दबाव डालकर चालिस सेकन्ड के फुटेज को सामने लाया जाए। माल के बारों के लायसेंस को तात्काल निरस्त किया जाए। तैयब ने कहा कि पुलिस ने जो भी खुलासा किया है उससे उन्हें आश्चर्य नहीं हुआ है। ऐसा होना ही था। नई पीढ़ी की सुरक्षा पर चिंता जाहिर करते हुए उन्होने कहा कि घटना के लिए सबसे बड़े जिम्मेदार हम है। आज तक किसी भी आंदोलन को अंजाम तक नहीं पहुंचाया। इसलिए गौरंग के साथ यह घटना हुई। प्रत्येक वार्ड में जुलूस निकालने की जरूरत है। जब तक मामला कोर्ट में नहीं पहुचता है एसपी और कलेक्टर को रोज ज्ञापन दिया जाए। जरूरत पड़ने पर उग्र आंदोलन भी किया जाए।

IMG-20160726-WA0048  शिवा मिश्रा ने कहा कि एक तरफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाता है। पुलिस अधीक्षक कहते हैं कि आरोपियों को पता था कि सीढ़ी से गिरने पर गौरंग की मौत हो जाएगी। फिर भी इरादतन हत्या का मामला दर्ज नहीं किया गया। पुलिस कप्तान कन्फ्यूज हैं। लगता है उन पर किसी का दबाव है। विजय केशरवानी ने कहा कि गौरंग को न्याय दिलाने हमें स़ड़क पर उतरना ही होगा। लोगों को जोड़ना होगा। क्रमिक लड़ाई की जरूरत है। अन्यथा इसका भी हश्र वहीं होगा जैसा कि अन्य मामलों में हुआ है।

                             भाजपा नेता एल्डरमैन प्रवीण दुबे ने बताया कि अब दूसरे बच्चों के साथ ऐसा ना हो….समुचित कार्रवाई की जरूरत है। आरोपी को दंड मिलना ही चाहिए। मामले को पार्टी से ना जोड़ते हुए बिलासपुर के हितों से जोड़कर देखा जाए। मंत्री ने आलाधिकारियों से स्पष्ट निर्देश दिया है किसी भी सूरत में हत्यारों को जेल के पीछे भेजना ही है। चाहे वह कितना बड़ा इंसान ही क्यों ना हो।

           अटल श्रीवास्तव और चन्द्रप्रकाश वाजपेयी ने कहा कि गौरंग की हत्या ने यह साबित कर दिया है कि शहर की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। शहर में पूंजीपतियों का राज्य चल रहा है। पुलिस कप्तान को समझना होगा कि इरादतन और गैर इरादन हत्या में क्या अंतर होता है। लगता है उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं है। अदना से सिपाही भी यह सब जानता है। लोगों का पुलिस से विश्वास उठ चुका है। पुलिस रसूखदारों के इशारे पर काम कर रही है। गौरंग के साथ भी ऐसा ही हुआ है।

          राजेन्द्र शुक्ला ने कहा कि गौरंग को न्याय दिलाने अंतिम दम तक लड़ाई हम लड़ने को तैयार है। हमें सुनिश्चित करना होगा कि न्याय की लड़ाई कैसी हो। मंच जो भी निर्णय लेगा उचित होगा। कार्यक्रम के अंत में शशिकांत कोन्हेर ने कहा कि गौरंग की मौत को मिस्ट्री नहीं बनने देगे। गुरूवार को एक बार फिऱ मंच के लोग परामर्श कर आंदोलन की रणनीति को अंतिम रूप देंगे।

close