गरीबों का सांस लेना भी हराम..अभय

BHASKAR MISHRA

congress- panjaबिलासपुर— कांग्रेस ने सफाई अभियान के नाम पर लोगों के जेब को साफ करने का आरोप भाजपा पर लगाया है। संभागयी प्रवक्ता अभय नाराय़ण राय ने भारतीय जनता पार्टी की रीति और नीति पर प्रश्न खड़ा करते हुए कहा कि पहले झाड़ू लगाने का नाटक अब जेब काटने का अभियान भाजपा के चाल चरित्र और चेहरा को उजागर करता है।

Join Our WhatsApp Group Join Now

                   प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में अभय नारायण राय ने बताया कि प्रधानमंत्री ने झाडू उठाकर सफाई का हो सकता है कि बेहतर संदेश दिया हो। लेकिन इस अभियान की शुरूआत से ही कांग्रेस को अच्छी तरह मालूम था कि स्वच्छता अभियान के अभियान के पीछे भाजपा सरकार मंसूबे ठीक नहीं हैं। आज जनता महंगाई और कई प्रकार के टैक्स के बोझ तले बड़ी मुश्किल से सांस ले रही है। ऊपर से सफाई टैक्स समझ से परे हैं।

                                      अभय नारायण राय ने बताया कि एक दिन ऐसा भी होगा कि सांस लेने का टैक्स लिया जाएगा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि गांधी और गांधी जैसा बनना दोनों में अंतर है। उन्होने प्रश्न किया कि गांधी का चित्र टांग लेने से कोई गांधी नहीं बन जाता है। गांधी ने ऐसे भारत की कल्पना तो नहीं की होगी कि एक व्यक्ति कचरा करे और दूसरा उसका भुगतान। शहर में मेडिकल और निगम का कचरा शहर के कोने कोने में पसरा है। उसके लिए क्या निगम और शासन टैक्स देगा।

            संभागीय प्रवक्ता ने बताया कि सफाई टैक्स के नाम पर लूटने का नया तंत्र आम जनता को अब समझ में आ गया है। अकेले रेलवे में करोड़ों रूपए की कमाई होगी। निगम तो अब कुत्ते बिल्ली पालने वालों से भी टैक्स लेने का फरमान जारी कर दिया है। शहर में व्हीआईपी लोगों के घरों के अलावा कहीं सफाई नहीं होती। व्यापार विहार और राजकिशोर नगर का कचरा निगम की ही देन है। उस पर क्या भाजपा सरकार कार्रवाई करेगी। उद्योगपतियों के लिए सब माफ है लेकिन भाजपा राज्य में गरीबों के लिए कहीं राहत नहीं है। जाहिर सी बात है कि दो रंग की  झंडे वाली पार्टी ने सिर्फ डेढ़ साल में अपना दूसरा रंग दिखाना शुरू कर दिया है। जनता ऐसे रंग बदलने वाली पार्टी को बर्दास्त नहीं करेगी।

                                               उन्होने कहा कि बीस करोड़ रूपए का बोझ जनता कैसे उठाएगी। जिस देश में सब्जी और खाने पीने के सामान आसमान छू रहे हैं।

close