किसी भी तरह के अलगाववाद को समाप्त करने की क्षमता है भारत में

Chief Editor
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kashmir 1बिलासपुर। गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रबंध अध्ययन विभाग के सभागार में जम्मू कश्मीर विलय दिवस के अवसर पर परिचर्चा का आयोजन  राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई के द्वारा  किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में जम्मू-कश्मीर फोरम के राज्य समन्वयक  ब्रजेंद्र शुक्ला रहे एवं अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने की।
परिचर्चा के मुख्य वक्ता के रूप में  ब्रजेंद्र शुक्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा होने के साथ-साथ देश के आर्थिक एवं सांस्कृतिक विकास में अन्य राज्यों की भांति ही अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कहा कि शरीर में जिस तरह सिर की अहमियत होती है ठीक वैसी ही भारत देश के संदर्भ जम्मू-कश्मीर की है
श्री शुक्ला ने स्वतंत्रता से पूर्व एवं उसके पश्चात के कालखंडों में जम्मू-कश्मीर राज्य में हुई राजनीतिक गतिविधियों पर भी गहराई से अपनी बात रखी। जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख की आर्थिक, सामाजिक एवं सासंकृतिक जटिलताओं पर प्रकाश डालते हुए इस राज्य से जुड़े हुए विभिन्न मुद्दों पर बेबाकी से अपने विचार व्यक्त किये। धारा 35 ए, जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने एवं अनुच्छेद 370 पर भी श्री शुक्ला ने चर्चा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता ने कहा कि कि भारत एक युवा एवं उर्जावान देश है जिसमें किसी भी तरह के अलगावाद को समाप्त करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर विलय दिवस भारतीय राजनीतिक इतिहास की दृष्टि से भी अहम है एवं परिचर्चा के लिए समकालीन विषय है।
कुलपति  ने यह भी कहा कि हम जानकारी के अभाव में या गलत जानकारियों से घिरे होने की वजह से असल विषय को समझ नहीं पाते हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर में आर्थिक, सामाजिक विकास एवं रोजगार के नये साधनों को जोड़ने की सार्थक पहल शुरू हुई है जिसके परिणाम निकट भविष्य में नजर जरूर आएंगे।
कार्यक्रम में कुलसचिव (कार्यवाहक) प्रोफेसर बी.एन.तिवारी भी मौजूद रहे। धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय सेवा योजना के नोडल अधिकारी डॉ. ब्रजेश तिवारी ने किया। इस अवसर पर विभिन्न संकायों के संकायाक्ष्यक्ष, विभागाध्यक्षगण, शिक्षकगण, अधिकारीगण, बड़ी संख्या में एन.एस.ए. के स्वयं सेवक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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