रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने गुरुवार को मंत्रालय में केन्द्रीय वाणिज्य सचिव रीता तियोतिया ने सौजन्य मुलाकात की। उनके साथ केन्द्रीय वाणिज्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ बैठक में छत्तीसगढ़ में कृषि और उद्यानिकी फसलों के निर्यात को बढ़ावा देने से संबंधित विभिन्न विषयों पर विचार विमर्श किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसानों की आर्थिक बेहतरी के लिए उन्हें अच्छा बाजार दिलाना हमारी प्राथमिकता है।इसके लिए राज्य सरकार केन्द्र के सहयोग से निर्यात और विशेष रूप से ई-निर्यात की दिशा में हर संभव प्रयास करेगी। मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय वाणिज्य सचिव को राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद विमानतल (माना) में अंतर्राष्ट्रीय कार्गो सुविधा की जरूरत बतायी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उत्तरी छत्तीसगढ़ के जशपुर इलाके में चाय की खेती का प्रयोग काफी सफल रहा है। राज्य सरकार वहां इसकी खेती के विकास और विस्तार के लिए वन विभाग की संयुक्त वन प्रबंधन परियोजना और कैम्पा निधि के उपयोग की संभावनाओं पर गंभीरता से विचार कर रही है। हमारी कोशिश है कि जशपुर के खेतों में उगने वाली चाय की अच्छी ब्रांडिंग की जाए। इस पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदेश के जशपुर से लेकर मैनपाट तक पहाड़ी इलाके की जलवायु चाय की खेती के लिहाज से काफी अनुकुल प्रतीत होती है। राज्य में अदरक और अन्य मसालेदार फसलों के लिए भी अच्छी संभावनाएं है।
दंतेवाड़ा, सुकमा और सूरजपुर जिलों के साथ-साथ रायपुर जिले के कुछ इलाकों में किसान जैविक खेती में भी काफी रूचि ले रहे हैं। हमारे यहां इमली की पैदावार भी बहुत होती है। केन्द्रीय वाणिज्य सचिव ने इमली के वेल्यू एडीशन की जरूरत पर बल दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह, वाणिज्य और उद्योग सचिव सुबोध कुमार सिंह और राज्य शासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।