कार्यालय ही नहीं, सभी जगह अधिनियम प्रभावित…हर्षिता पाण्डेय

BHASKAR MISHRA
3 Min Read
prasikchad karyashalaबिलासपुर—- राज्य महिला आयोग अध्यक्ष हर्षिता पाण्डेय की उपस्थिति में कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ लैंगिक उत्पीड़न पर मंथन सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए हर्षिता पाण्डेय ने कहा कि महिलाओं की गरिमा के साथ किसी भी प्रकार का कुकृत्य लैगिंक अपराध है। लैगिंक उत्पीड़न रोकने के लिए कानून को अंतिम छोर तक पहुंचाया जाए।
                                         कलेक्ट्रेट स्थित मंथन सभागार में आयोजित कार्यशाला में महिला आयोग अध्यक्ष ने कहा कि पिछले चार दशकों में कामकाजी महिलाओं का दर बढ़ा है। कामकाज का ऐसा कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है जहां महिलाओं ने सफलता का झण्डा नहीं गाड़ा हो। सफलता के साथ उनके सामने चुनौतियां भी बढ़ी हैं।
          हर्षिता पाण्डेय ने कहा कि कार्यस्थल पर काम करने वाली महिलाओं के लिए विशाखा गाईड लाईन के अनुसार दो प्रकार की समितियां होनी चाहिए। आंतरिक शिकायत समिति के साथ ही स्थानीय शिकायत समिति का गठन किया जाए। जहां समितियों का गठन नहीं किया गया है जिला प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वहां समितियों का गठन तत्काल करे। हर्षिता ने कहा कि अधिनियम केवल घर ही नहीं बल्कि घर के बाहर प्रत्येक कार्यक्षेत्र के लिए है।
कार्यशाला अध्यक्ष कलेक्टर अन्बलगन पी. ने वर्तमान समाज में महिलाओं की सामाजिक और पारिवारिक स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कि परिवार से प्रारंभ भेदभाव कार्यक्षेत्र में भी दिखाई देता है। कामकाजी महिलाएं परिवार को आर्थिक स्तर पर मजबूत करती है। कलेक्टर ने कहा कि राज्य का लिंगानुपात संतुष्टिजनक है लेकिन विकास की दशाएं अनुकूल नहीं है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भ्रुण हत्या दण्डनीय अपराध है।
                 कलेक्टर ने कहा कि महिलाओं के प्रति अपराध मानसिकता के आधार पर होती है। महिलाओं को खुला व्यवहार उनके प्रति अनादर का कारण नहीं है। यह लैगिंग उत्पीड़न का प्रथम बिन्दु है। कलेक्टर ने कहा कि दुर्व्यवहार पर मौन रहना अपराध को बढ़ावा देता है। कामकाजी महिलाओं को जागरूक होना होगा।
                             जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद किस्पोट्टा ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। अधिनियम के प्रावधानों के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान कार्यशाला में उपस्थित लोगों की समस्याओं का समाधान किया गया।
.
close