रायपुर—शहर के चुनिंदा मार्ग पर ऑटोरिक्शा को प्रतिबंधित किये जाने का कांग्रेस ने विरोध किया है। कांग्रेस ने सरकार प्रशासन पर प्रदूषण के नाम पर लगाए गए प्रतिबंध को ठोंग बताया है। जिला कांग्रेस कमेटी ने प्रदूषण कम करने के लिए अधिकारियों और नेताओं को सायकल से चलने की सलाह दी है।
जिला कांग्रेस कमेटी रायपुर अध्यक्ष विकास उपाध्याय ने भारतीय जनता पार्टी सरकार पर निशाना साधा है। उपाध्याय ने बताया कि 13 साल के कार्यकाल में राजधानी रायपुर भारत के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल है। इसके लिए सीधे तौर पर राज्य सरकार जिम्मेदार है। जिला प्रशासन सिर्फ ऑटो रिक्शा पर प्रतिबंध लगा कर प्रदूषण मुक्त करने का ढोंग कर रहा है। यदि प्रदूषण कम करना है तो सबसे पहले मंत्री, कलेक्टर और एस पी को सायकल का उपयोग करना होगा।
विकास ने बताया कि जिला प्रशासन के सार्वजनिक उपक्रम सैकड़ों सिटी बसें सूर्य उगने से लेकर मध्यरात्रि तक शहर के बीचों बीच कई बार आवाजाही करती हैं। रोजाना हजारो लीटर डीजल की खपत होती है। जहरीला धुंआ से पूरा शहर परेशान है। सरकारी विभाग की कंडम ओर खटारा हो चुकी आउटडेटेड गाड़िया प्रदूषण फैलाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। यदि प्रदूषण को कम करना है तो जिला प्रशासन को सबसे पहले खटारा सरकारी वाहनों पर बन्दिश लगाना होगा।
उपाध्याय ने बताया कि ऑटो रिक्शा का निर्माण भारत प्रदूषण नियमावली के अनुरूप हुआ है। कलेक्टर अपने दायित्व का निष्पक्ष निर्वहन करने के बजाये तुगलकी फरमान जारी कर ऑटोरिक्शा चालको को प्रताड़ित कर रहे है। जिला प्रशासन का उद्देश्य शहर को प्रदूषण मुक्त बनाने के बजाए रिक्शा निर्माता कम्पनियो को फायदा पहुंचना ज्यादा दिकाई दे रहा है। कलेक्टर और यातायात पुलिस रिक्शा निर्माताओं के सेल्समेन की भूमिका में हो गए हैं। जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए विकास ने कहा की प्रतिबंधित मार्गो से तत्काल प्रतिबन्ध हटाया जाए। अन्यथा गरीबो के रोजी रोटी के लिए कांग्रेस पार्टी सड़क पर उतरने को तैयार है।