बिलासपुर—यूथ कांग्रेस ने सीसीएफ कार्यालय के सामने बी.आनन्द बाबू का पुतला दहन किया। मृतक दिनेश रजक के परिवार के लिए नौकरी और मुआवजे की मांग की। इसके पहले यूथ कांग्रेस नेताओं ने राजेन्द्र नगर चौक से सीसीएफ बी.आनन्द बाबू की शव यात्रा निकाली। शव यात्रा में यूथ कांग्रेस के दर्जनों नेताओं के अलावा मृतक के परिजन भी शामिल हुए।
मालूम हो कि 18 अप्रैल को सीसीएफ बी.आनन्द बाबू मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने कवर्धा जा रहे थे। लोरमी के पास पीपरतराई मोड़ पर सड़क किनारे खड़े दो सगे भाइयों को सीसीएफ की गाड़ी ने चपेट में ले लिया। दोनों भाइयों को गंभीर चोट पहुंची।एक को मामूली चोट पहुंची। तीन चार दिन बाद वह ठीक हो गया। जबकि दिनेश रजक को संजीवनी की सहायता से बिलासपुर स्थित किम्स में भर्ती कराया गया। करीब डेढ़ महीने बाद दिनेश को सिम्स में भर्ती किया गया। पन्द्रह दिन बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। मामले को लेकर करीब पांच दिन पहले यूथ कांग्रेसियों के साथ मृतक के परिजनों ने सीसीएफ का घेराव किया था। लेकिन सीसीएफ तात्कालीन समय दौरे पर थे। आज यूथ कांग्रेसियों ने बी.आनन्द बाबू की शव यात्रा निकालकर कार्यालय के सामने पुतला दहन किया है।
यूथ कांग्रेस नेता शिवा नायडू,जावेद मेमन, गोपाल दुबे,लक्ष्मीनारायण साहू की अगुवाई में पांच दिन बाद यूथ कांग्रेसियों ने बी.आनन्द बाबू का दुबारा घेराव किया। यूथ कांग्रेस नेताओं ने राजेन्द्र नगर चौक से सीसीएफ बी.आनन्द बाबू की शव यात्रा भी निकाली। सीसीएफ के लिए भगवान से सद्बुद्धि की प्रार्थना की। यूथ नेताओं ने कहा कि सीसीएफ की लापरवाही से हंसता खेलता एक परिवार विखर गया है। मृतक दिनेश रजक का इलाज भी ठीक से नहीं किया गया। इलाज में खर्च रकम से अधिक वन विभाग के कर्मचारी खा गये। अब सीसीएफ और डीएफओं का कहना है कि इससे ज्यादा हम खर्च नहीं कर सकते हैं।
जावेद मेमन,शिवा नायडू,लक्ष्मीनारायण साहू और गोपाल ने कहा कि वन प्रशासन को दिनेश रजक के आश्रित सदस्यों में से किसी एक को नौकरी देनी होगी। इसके अलावा दस लाख मुआवजा भी परिवार को चाहिए। दिनेश का परिवार काफी कमजोर है। मृतक घर का एक मात्र कमाऊ सदस्य था। मरने के बाद परिवार सड़क पर आ चुका है। दिनेश की एक बेटी दिव्यांग है। सबसे छोटे बेटा गंभीर बिमारी से ग्रसित है। पांच बच्चों को पालने की जिम्मेदारी अब मृतक की पत्नी पर आ गयी है। दिनेश के परिवार को बरबाद करने में बी.आनन्द बाबू सीधे सीधे दोषी हैं। बी.आनन्द बाबू उस समय सरकारी यात्रा पर थे। इसलिए उनकी और सरकार की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि मृतक के आश्रितों को नौकरी और मुआवजा दे।
कार्यालय में सीसीएफ और डीएफओं नहीं मिले। जानकारी के अनुसार बी.आनन्द बाबू और पैकरा रायपुर बैठक में शामिल होने गए हैं।नाराज यूथ कांग्रेसियों ने ठीक सीसीएफ कार्यालय गेट के सामने बी.आनन्द बाबू का पुतला फूंका। यूथ कांग्रेसियों ने मृतक परिवार के आश्रितों को नौकरी और मुआवजा नहीं दिये जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी।