बिलासपुर— राज्य सहकारी निर्वाचन आयोग ने एक आदेश जारी कर प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति उर्तुम के निर्वाचन को निरस्त कर दिया है। अवर सचिव एस.के.सरीन ने निर्वाचन प्रक्रिया को आगामी आदेश तक स्थगित करने का आदेश दिया है। आदेश की प्रतियां पंजीयक सहकारी संस्थाएं इन्द्रावती भवन, कलेक्टर बिलासपुर, संयुक्त पंजीयक और उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं बिलासपुर के अलावा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय मर्यादित बैंक को भेजी गयी हैं।
राजेन्द्र अग्रहरी और अन्य कुछ लोगों की शिकायत पर निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिला सहकारी संस्थाएं बिलासपुर ने सेवा सहकारी समिति मर्यादित उर्तुम का चुनाव एक जून को कराया गया। चुनाव की प्रक्रिया रिटर्निंग अधिकारी कृषि विभाग कर्मचारी अवस्थी के देखरेख में हुई।
एक जून को सहकारी समिति के सदस्यों ने 11 सदस्यों को रिटर्निंग अधिकारी अवस्थी की उपस्थिति में निर्विरोध जिताया। नामांकन रद्द होने के बाद राजेन्द्र अग्रहरी और कुछ सदस्यों की शिकायत पर गुरूवार को अवर सचिव एस.के.सरीन ने चुनाव को निरस्त कर दिया। आगामी आदेश तक निर्वाचन प्रक्रिया को स्थगित करने का आदेश दिया है।
अपनों को जिताने के लिए स्थगन
जानकारी के अनुसार उर्तुम सहकारी समिति चुनाव को निरस्त होना था।.इसलिए निरस्त कर दिया गया। बताया जा रहा है कि एक कद्दावर नेता के इशारे और झूठी शिकायत की गयी। सोसायटी का चुनाव निरस्त किया गया ।
राजेन्द्र अग्रहरी समेत कई लोगों ने जिला उप पंजीयक बिलासपुर और पंजीयक रायपुर को पत्र लिखकर चुनाव में धांधली की शिकायत की थी। शिकायत कर्ताओं ने पत्र में बताया है कि चुनाव के दौरान नियमों का पालन नहीं किया गया। मतदाता सूची के अनुक्रमांक में भारी गलती है। सूची में कुछ लोगों का नाम दो बार छपा है। निर्वाचन अधिकारी ने कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए परोक्ष, अपरोक्ष रूप से काम किया है।
सामान्य गलतियों को सुधार संभव
जिला सहकारी संस्थाएं उप-पंजीयक दीलिप जायसवाल ने बताया कि चुनाव नियमानुसार हुआ है। पत्र में जिस प्रकार की गलतियों का जिक्र किया गया है उसे स्थानीय स्तर पर सुधारा जा सकता था। गलतियां नामांकन भरने वालों की तरफ से हुई है। चुनाव के पहले सूची का प्रकाश किया गया था। उस समय सूची को लेकर किसी ने एतराज नहीं किया। बहरहाल शिकायत की जांच होगी। गलतियां पाए जाने पर शिकायतों को दूर किया जाएगा।
सरल क्रमांक और सदस्यता क्रमांक में गलती
राजेन्द्र अग्रहरी ने नामांकन रद्द होने पर पंजीयक और उप पंजीयक को चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाया। सूत्रों की माने तो राजेन्द्र अग्रहरी ने अपने नामांकन फार्म में सरल क्रमांक की जगह मतदाता क्रमांक और मतदाता क्रमांक की जगह सरल क्रमांक भर दिया। बाद में उन्होने गलतियों को सुधारा। लेकिन समर्थक और प्रस्तावकों की गलतियों की तरफ अग्रहरी ने ध्यान नहीं दिया। जिसके कारण रिटर्निंग अधिकारी अवस्थी ने राजेन्द्र अग्रहरी के नामांकन को रद्द कर दिया। नामांकन रद्द होने से नाराज अग्रहरी ने मतदाता सूची में गड़बड़ी और अन्य छोटी बड़ी गलतियों की शिकायत की। चुनाव आयोग ने उर्तुम सोसायटी की चुनाव को निरस्त कर दिया।