पेंड्रारोड।छत्तीसगढ़ के एक दिवसीय दौरे पर आयी केंद्रीय मंत्री उमा भारती से मरवाही विधायक अमित जोगी ने शुक्रवार को पेंड्रारोड में मुलाकात की।इस दौरान अमित जोगी ने छत्तीसगढ़ की सभी नदियों और जल परियोजनाओं से संबंधित समस्याओं के विषय में केंद्रीय मंत्री को जानकारी दी और एक ज्ञापन सौंपा।पोलावरम बाँध के संबंध में जोगी ने केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के दौरान मुख्य रूप से बाँध की ऊंचाई 150 फ़ीट रखने और प्रभावित क्षेत्रों में अब तक जनसुनवाई न होने का मामला उठाया।जोगी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों को संवैधानिक अधिकारों के तहत, पुनर्स्थापना कानून का लाभ मिलना चाहिए, इसलिए निष्पक्ष और पारदर्शी जनसुनवाई का होना अनिवार्य है।साथ ही प्रभावित क्षेत्र का अधिकतम हिस्सा, नक्सल प्रभावित होने के कारण, यहाँ नियमानुसार,एनवायर्नमेंटल इम्पैक्ट असेसमेंट तथा सोशल ऑडिट भी होना शेष है।
जोगी ने केंद्रीय मंत्री से मांग करते हुए कहा कि जब तक पोलावरम के प्रभावित क्षेत्रों में विधिवध जनसुनवाई नहीं हो जाती तब तक काम तत्काल रोका जाना चाहिए। इस पर सुश्री भारती ने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान बनाये गए आंध्र प्रदेश रिऑर्गनिज़शन एक्ट के तहत उनके बंधे हुए हैं। हालांकि उन्होंने आश्वस्त किया कि बाँध की ऊंचाई नहीं बढ़ने दी जायेगी और वो जनसुनवाई न होने की भी रिपोर्ट पर गौर करेंगी।
इसके अलावा जोगी ने अपने विधानसभा क्षेत्र मरवाही को सूखे से राहत दिलाने, राष्ट्रीय नदी जोड़ो अभियान के तहत हसदेव और अरपा नदी को जोड़ने की भी मांग उठाई। जोगी ने कहा कि नदी जोड़ो अभियान का लाभ छत्तीसगढ़ को अब तक नहीं मिल पाया है। हसदेव और अरपा नदी जुड जाती हैं तो छत्तीसगढ़ के सिंचाई रकबे में लगभग 30 प्रतिशत का इजाफा होगा। साथ ही जो नदियाँ सूख रही हैं वो भी रिचार्ज होंगी।साथ ही अमित जोगी ने इंद्रावती नदी में जोरानाला स्ट्रक्चर और ओडिशा के साथ महानदी विवाद पर भी छत्तीसगढ़ का पक्ष रखते हुए केंद्रीय मंत्री के हस्तक्षेप की मांग की।