शिखर पर लाया, कहा अलविदा..पिल्लई प्रभारी महाप्रबंधक

BHASKAR MISHRA
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Inaugurationबिलासपुर—-दक्षिण पूर्व मध्य रेलवेे जोन को शिखर पर पहुंचाने के बाद महाप्रबंधक सत्येन्द्र कुमार ने अलविदा कह दिया। 37 साल की रेलसेवा से कुमार आज रिटायर्ड हो गए। कुमार 1978 बैच के भारतीय रेल सिग्नल इंजीनियरिंग रेलसेवा से जुड़े। कुमार ने पूर्व रेलवे के सियालदाह मंडल, उत्तर पूर्व सीमांत रेलवे में रंगियां मंडल रेल प्रबंधक, उत्तर रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे में मुख्य सिग्नल इंजीनियर के पदों पर कार्य किया। रेलवे सर्विस के पूर्व कुमार ने इंजीनियर्स प्रोजेक्ट इंडिया, इराक में भी काम किया। सत्येन्द्र कुमार भारतीय प्राौद्योगिकी संस्थान से बी.टेक की शिक्षा प्राप्त की है।

             
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                         कुमार ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे महाप्रबंधक का पदभार 7 जुलाई, 2015 को संभाला। सत्येन्द्र कुमार के कार्यकाल में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने नई उंचाईयों को हासिल किया। 18 महीने के कार्यकाल में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में अधोसंरचना का विकास तेजी से हुआ। 150 किलोमीटर से भी अधिक नयी रेल पांते बिछाई गयीं। वर्षों से लम्बित बिलासपुर-रायपुर के सिलियारी और उरकुरा के बीच 18 कि.मी. की तीसरी लाईन का निर्माण हुआ। चांपा-झारसुगड़ा के बीच सारागांव से खरसियां तक 35 कि.मी. तीसरी रेल पांत बिछायी गयी। सल्कारोड-अनुपपुर लाइन दोहरीकरण में अनुपपुर- पेन्ड्रारोड तक का निर्माण, गोंदिया-जबलपुर के बीच कचपुरा से सुकरीमंगला 45 कि.मी. गेज परिवर्तन का काम पूरा किया गया।

                        कुमार ने यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया। आसानी से टिकट उपलब्ध कराने जोन के बड़े स्टेशनों में आटोमेटिकNEW GM Shri Girish Pillai टिकट वेंडिंग मशीन लगवाए। रायपुर स्टेशन में हाईस्पीड वाई-फाई सुविधा दने के साथ, बिलासपुर और दुर्ग स्टेशनों में हाईस्पीड वाई-फाई का कार्य लगभग पूर्ण किया जा चुका है। कैशलेस सिस्टम और डिजीटल पेंमेंट को बढ़ावा देने कम्प्यूटरीकृत रिजर्वेशन काउन्टर, अनारक्षित टिकट काउन्टर और पार्सल कार्यालयों में प्वाइंट ऑफ सेल मशीन लगाया गया।

                      कुमार के कार्यकाल में रेल मंत्रालय ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर को साफ-सफाई और स्वच्छता के लिए देश का तीसरा सबसे अच्छा स्टेशन बताया। कुमार के प्रयास से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के इंजीनियरिंग एवं संकेत और दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने दो नये ट्रेनिंग सेंटर बनाये गए।

                         माल लदान में वर्तमान वित्तीय वर्ष की प्रथम तिमाही में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने स्वर्णिम इतिहास को दोहराया। भारतीय रेलवे में सर्वाधिक लदान करने वाला जोन बना।

                            सत्येन्द्र कुमार, महाप्रबंधक, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे को सेवानिवृति के बाद पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक गिरीश पिल्लई को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। गिरीश पिल्लई भारतीय रेलवे परिचालन सेवा 1981 बैच के अधिकारी है।

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