बिलासपुर….प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने कनिष्ठ प्रसानिक सेवा संघ के बैनर तले सरायपाली प्रभारी तहसीलदार राममूर्ति दीवान के समर्थन में मोर्चा खोल दिया है। अधिकारियों ने कलेक्टर से लिखित शिकायत कर नायब तहसीलदार से मारपीट करने वाले विधायक भांजे और साथियों के साथ सख्त कार्रवाई की मांग की है। सरायपाली पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की ढुलमुल नीति पर दुख जाहिर किया है। कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के पदाधिकारियों ने पुलिस पर विधायक भांजे को बचाने का आरोप भी लगाया है।
छत्तीसगढ़ के सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने जिला मुख्यालय में कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले सांकेतिक धरना दिया। विधायक भांजे को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने को कहा है। सरगुजा, जशपुर, महासमुंद, धमतरी, बिलासपुर, रायपुर, रायगढ़ समेत सभी जिला मुख्यालयों में अधिकारियों ने बैठक के बाद धरना प्रदर्शन किया। कलेक्टर से लिखित शिकायत कर सरायपाली के बांदे गांव में राममूर्ति दीवान से मारपीट करने वालों को गिऱफ्तार करने को कहा है।
रायपुर में कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के पदाधिकारियों ने आईजी से मिलकर आरोपी विधायक भांजा समेत मारपीट करने वाले सभी आरोपियों को गिऱफ्तार कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। प्रशानिक अधिकारियों ने बताया कि सरायपाली नायब तहसीलदार राममूर्ति दीवान कलेक्टर के आदेश पर सरकारी काम पर थे। इसी दौरान स्थानीय विधायक का भांजा अपने साथियों के साथ मिलकर दीवान को मारा-पीटा। घटना के बाद कनिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी सहमे हुए हैं। बावजूद इसके स्थानीय पुलिस प्रशासन आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रहा है। जबकि राममूर्ति दीवान ने घटना के तत्काल बाद सरायपाली थाने मेंं प्राथमिकी दर्ज करायी है।
प्रशासनिक अधिकारियों ने रायपुर रेंज आईजी को बताया कि एसडीओपी समय और काम का बहाना बनाकर गिरफ्तारी से बचने का प्रयास किया है। थानेदार आरोपियों से मिलकर बातचीत करता है। लेकिन डीएम के आदेश पर कहता है कि टीम को भेजा लेकिन आरोपी नहीं मिले। जबकि राममूर्ति के मिलने से आधे घंटे पहले थानेदार ने थाना में ही विधायक भांजे और आरोपियों के साथ चाय नाश्ता किया। इससे जाहिर होता है कि रसूखदार भांजे को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। अधिकारियों ने आईजी से सभी आरोपियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार करने को कहा है।
महासमुंद जिला मुख्यालय में भी कनिष्ठ प्रशासनिक संघ ने धरना प्रदर्शन किया। कलेक्टर को लिखित शिकायत कर बताया कि कार्यपालिक मजिस्ट्रेट पर हमला किया गया है। पुलिस ने आरोपियों का सहयोग दिया है। इसके चलते अधिकारियों में भय है। राजस्व अधिकारी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। महासमुंद प्रशानिक अधिकारियों ने रविवार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का एलान किया है।
जशपुर में कनिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन देने के बाद बैठक की। बैठक में निर्णय लिया गया कि 16 जनवरी महासमुंद में शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन किया जाएगा। धरना कार्यक्रम में सभी प्रशासनिक अधिकारी शामिल होंगे। तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने कलेक्टर से एक दिन मुख्यालय छोड़ने का अनुमति मांगी है।
मालूम हो कि 12 जुलाई को सरायपाली तहसीलदार पर स्थानीय विधायक के भांजे ने जानलेवा हमला कि्या था। उस समय राममूर्ति दीवान कलेक्टर के आदेश पर बांदे गांव में डबल केजव्हील के खिलाफ कार्रवाई कर रहे थे। मारपीट में उन्हें चोट आयी है। नायब तहसीलदार से मारपीट के दौरान कोटवारों ने राममूर्ति को किसी तरह बचाया।